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पुलवामा टेरर अटैक: आतंकवाद के ख‍िलाफ साथ का सच!

राष्‍ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की यह लाइनें 'क्षमा शोभती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो, उसको क्या जो दंतहीन, विषरहित, विनीत, सरल हो।'  आज की जियो पॉलिटिक्‍स पर फि‍ट बैठती हैं। पुलवामा टेरर अटैक के बाद दुनिया भर के नेताओं ने संवेदना जताई है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने का भरोसा दिलाया है। बहरहाल जब सच के आइने में देखते हैं तो तस्‍वीर उलट नजर आती है। इधर अफगानिस्‍तान से बाहर निकलने को बेचैन अमरीका तालिबान से बात कर रहा है। जो पाकिस्‍तान अफगान समस्‍या की जड़ में है वही इसका ताना-बाना बुन रहा है। इस बातचीत में अफगानिस्‍तान की चुनी हुई सरकार की कोई भूमिका नहीं है। सौदेबाजी जिसे अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर नेगोशियेशन कहकर पुकारा जाता है कतर की राजधानी दोहा में हो रही है। यहां सऊदी अरब की भूमिका पर भी गौर करना जरूरी है जिसकी कतर के साथ इस समय ठनी हुई है। कतर में अमरीकी सैनिक अड्डा है वहीं सऊदी अरब मिडिल ईस्‍ट में अमरीका का सबसे करीबी साझीदार है जिसके लिए डोनाल्‍ड ट्रंप ने ईरान से न्‍यूक्‍ल‍ियर डील तोड़ने में वक्‍त नहीं लगाया। सऊदी अरब और पाकिस्‍तान में हमेशा से करीब

कभी कोई अयोध्‍या की भी सुनेगा

अयोध्‍या पर बोलने वाले बहुत हैं लेकिन उससे पूछने वाले कम हैं। वह लोगों की भीड़ को आते-जाते देखती रहती है, जब आवाजें शोर बन जाती हैं तब भी। जब वह सुर्खियों में नहीं होती, उसकी गलियों में खामोशी होती है। कभी-कभार उनकी खामोशी भी सुर्खियां बन जाती है। सन्‍नाटा जिसे देखकर लगेगा कि जैसे वनवास के बाद राम के लौटने का इंतजार है। सुबह सवेरे सरयू के जल में डुबकी लगाकर सिर बाहर निकालता श्रद्धालु या हनुमान गढ़ी पर हाथ से प्रसाद छीनकर भागता बंदर उसकी एक नहीं अनेक छवियां हैं। हमारी पीढ़ी का बड़ा हिस्‍सा टेलीविजन स्‍क्रीन पर सिर्फ एक ही देखता आया है। छवि जिसमें वह बंधा हुआ महसूस करने लगी है, जिसे तोड़कर बाहर आने का उसे रास्‍ता नहीं मिल रहा है। अयोध्‍या राम की है लेकिन राम सिर्फ अयोध्‍या के नहीं हो सकते। यही सोचकर शायद वह आने देती है हुजूम के हुजूम, जिनके आने से सन्‍नाटा टूटता रहता है। लोगों की भीड़ देख वह कभी उत्‍साह से भरती रही है, अब आशंका से भर जाती है। उसके अंदर सवाल जन्‍म लेने लगते हैं। हर बार उसके अंदर उम्‍मीद भी जगती है कि शायद कोई उसके सवालों का जवाब देता जाएगा और यह सिलसिला थम जाएगा। ऐस